संस्कृत दिवस का उद्देश्य : संस्कृत भाषा अब अपना अस्तित्व खो रही है। भारत में भी अब इसे पढ़ने, लिखने और समझने वालों की संख्या बहुत कम है। संस्कृत दिवस समाज को संस्कृत के महत्व और आवश्यकता की याद दिलाने के लिए मनाया जाता है। ताकि समय बीतने के साथ लोग यह न भूलें कि संस्कृत भी एक भाषा है। आजकल लोग विदेशी भाषा सीखने में रुचि रखते हैं। लेकिन वे अपने देश की भाषा से अनभिज्ञ हैं।
संस्कृत दिवस का महत्व: संस्कृत केवल एक भाषा नहीं है बल्कि एक संस्कृति है जिसे संजोए जाने की आवश्यकता है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि साल में एक दिन हर भारतीय को याद दिलाया जाए कि उसके अपने देश की भाषा छूट रही है। इसलिए आज के समय में संस्कृत दिवस का महत्व बहुत अधिक है। ताकि संस्कृत अपनी खोई हुई पहचान को पुनः प्राप्त कर सके।
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